किसी भी व्यक्ति हो या मुद्दा - उसका समर्थन करना और विरोध करना, एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों ही स्थिति में आप, व्यक्ति या मुद्दे को, तवज्जो दे रहे होते हैं, ध्यान दे रहे होते हैं।
विरोध का सबसे कारगर तरीका है - अवहेलना। न समर्थन, न विरोध। ध्यान ही नही देना। असहयोग। मौन असहयोग। इसमे जिसकी अवहेलना होगी वह कुछ समय बाद तिलमिला जाएगा। इस छली और भ्रामक व्यवस्था के साथ ऐसा ही कुछ करना होगा। पानी सर के ऊपर आ चुका है
विरोध का सबसे कारगर तरीका है - अवहेलना। न समर्थन, न विरोध। ध्यान ही नही देना। असहयोग। मौन असहयोग। इसमे जिसकी अवहेलना होगी वह कुछ समय बाद तिलमिला जाएगा। इस छली और भ्रामक व्यवस्था के साथ ऐसा ही कुछ करना होगा। पानी सर के ऊपर आ चुका है
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